भारत के राष्ट्रपति | President of India | राष्ट्रपति पर महाभियोग | President impeached | से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न
संविधान के किस अनुच्छेद के तहत् राष्ट्रपति पद की योग्यतायें विहित की गयी हैं?
-अनुच्छेद-58 के तहत्
राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार की न्यूनतम आयु कितनी निश्चित की गयी
– 35 वर्ष
राष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार की अधिकतम आयु कितनी होनी चाहिए।
– अधिकतम आयु की कोई सीमा नहीं है।
राष्ट्रपति पद के लिए कौन-कौन सी योग्यतायें विहित की गयी है?
(i) वह भारत का नागरिक हो
(ii) उसकी उम्र 35 वर्ष से कम न हो तथा
(iii) वह लोक सभा का सदस्य चुने जाने की योग्यता रखता हो
भारत में राष्ट्रपति का निर्वाचन किस प्रकार से होता है?
– अप्रत्यक्ष रूप से
राष्ट्रपति के निर्वाचक मण्डल में कौन-कौन शामिल हैं?
– संसद के दोनों सदनों के निर्वाचित सदस्य तथा दिल्ली और पाण्डिचेरी सहित सभी राज्य विधान सभाओं के निर्वाचित सदस्य।
दिल्ली और पाण्डिचेरी राज्यों की विधान सभाओं को राष्ट्रपति के निर्वाचक मण्डल में किस संविधान संशोधन द्वारा शामिल किया गया है?
– 70वें संविधान संशोधन (1992 ) द्वारा
संविधान के किस अनुच्छेद के तहत् राष्ट्रपति के निर्वाचन की रीति दी गयी है?
– अनुच्छेद-55 के तहत्
अनुच्छेद-59 के अनुसार राष्ट्रपति संसद के किसी सदन अथवा किसी राज्य के विधान मण्डल के किसी सदन का सदस्य नहीं होगा; किन्तु यदि संसद के किसी सदन अथवा किसी राज्य विधान मण्डल के किसी सदन का कोई सदस्य राष्ट्रपति निर्वाचित हो जाता है तो किस तिथि से यह माना जायेगा कि उस सदन में उसने अपना स्थान रिक्त कर दिया है?
-राष्ट्रपति के रूप में पद ग्रहण की तिथि से।
राष्ट्रपति का निर्वाचन किसके द्वारा कराया जाता है?
– भारत के निर्वाचन आयोग द्वारा।
राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार का नाम कम से कम कितने मतदाओं द्वारा क्रमशः प्रस्तावित और अनुमोदित किया जाना चाहिए?
-50-50 मतदाओं द्वारा
वर्तमान में राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के लिए जमानत की राशि 15000 रु. है। कुल वैध मतों का कितना भाग मत प्राप्त न करने वाले उम्मीदवार की जमानत की राशि जब्त हो जाती है?
– कुल वैध मतों का 1/6 भाग
किस अनुच्छेद के तहत यह उपबन्ध किया गया है कि कोई व्यक्ति राष्ट्रपति पद पर पुनर्निवाचन के लिए पात्र है?
– अनुच्छेद-57 के तहत्।
राष्ट्रपति के निर्वाचक मण्डल का उल्लेख संविधान के किस अनुच्छेद के तहत किया गया है?
— अनुच्छेद-54 के तहत्।
भारत में राष्ट्रपति का चुनाव किस पद्धति के अनुसार किया जाता है?
-आनुपातिक प्रतिनिधत्व पद्धति के अनुसार एकल संक्रमणीय मत प्रणाली द्वारा।
किस वर्ष की जनगणना द्वारा अभिनिश्चित जनसंख्या को राष्ट्रपति चुनाव के लिए किसी राज्य विशेष की जनसंख्या माना जाता है?
– 1971 की जनगणना द्वारा अभिनिश्चत जनसंख्या को।
किस संविधान संशोधन द्वारा यह प्रावधान किया गया है कि जब तक 2026 के पश्चात होने वाली प्रथम जनगणना के आंकड़े प्रकाशित नहीं हो जाते तब तक राष्ट्रपति चुनाव के लिए राज्यों की ‘जनसंख्या’ 1971 की जनगणना द्वारा अभिनिश्चित जनसंख्या को माना जायेगा?
– 84वें संविधान संशोधन अधिनियम (2001) द्वारा।
किसी व्यक्ति को राष्ट्रपति पद पर चुने जाने के लिए न्यूनतम कितना मत प्राप्त करना आवश्यक है?
-कुल पड़े वैध मतों के आधे से एकमत अधिक
किस अनुच्छेद के तहत् राष्ट्रपति के पदावधि (Term of Offce) का उपबन्ध किया गया है?
– अनु.-56 के तहत्
भारत का राष्ट्रपति अपने पद ग्रहण की तिथि से कितने वर्ष तक अपना पद धारण करता है?
-पाँच वर्ष तक
राष्ट्रपति का पाँच वर्ष का कार्यकाल समाप्त हो जाने पर भी वह कब तक अपना पद धारण किये रहता है?
— जब तक कि उसका उत्तराधिकारी अपना पद ग्रहण नहीं कर लेता है।
राष्ट्रपति अपना त्यागपत्र किसे देता है?
– उपराष्ट्रपति को
उपराष्ट्रपति, राष्ट्रपति के त्यागपत्र की सूचना तत्काल किसे देता है?
– लोक सभा अध्यक्ष को।
जब राष्ट्रपति का पद मृत्यु, त्यागपत्र, महाभियोग या किसी अन्य कारण से रिक्त हुआ हो तो उसे भरने के लिए चुनाव अधिकतम कितने समय के भीतर करा लिया जायेगा?
– 6 माह के भीतर
भारत के राष्ट्रपति को शपथ कौन दिलाता है?
– भारत का मुख्य न्यायाधीश
भारत के मुख्य न्यायाधीश की अनुपस्थिति में, राष्ट्रपति को शपथ कौन दिलाता है?
– उच्चतम न्यायालय के उपलब्ध ज्येष्ठतम न्यायाधीश
संविधान का कौन सा अनुच्छेद राष्ट्रपति के शपथ तथा उसके प्रारुप के बारे में है?
– अनुच्छेद 60
राष्ट्रपति पर चलाई जाने वाली महाभियोग की प्रक्रिया संविधान के किस अनुच्छेद में दी गयी है?
– अनुच्छेद-61 में
राष्ट्रपति पर महाभियोग किस आधार पर चलाया जा सकता है?
– संविधान के अतिक्रमण (Violation) के आधार पर।
राष्ट्रपति पर महाभियोग की प्रक्रिया संसद के किस सदन में आरम्भ की जा सकती है।
– संसद के किसी भी सदन में।
राष्ट्रपति पर महाभियोग का प्रस्ताव लाने के लिए, संसद में आरोप पत्र प्रस्तुत करने के कम से कम कितने दिन पूर्व उसे इसकी लिखित सूचना देना आवश्यक है।
-14 दिन
राष्ट्रपति के निर्वाचक मण्डल में शामिल कौन से सदस्य उसके विरुद्ध महाभियोग की प्रक्रिया में भाग नहीं लेते हैं?
– दिल्ली व पुदुचेरी सहित सभी राज्यों की विधान सभाओं के निर्वाचित सदस्य।
ऐसे कौन से सदस्य हैं जो राष्ट्रपति के विरुद्ध महाभियोग प्रक्रिया में भाग लेते हैं किन्तु उसके निर्वाचन में भाग नहीं लेते हैं?
– संसद के दोनों सदनों के मनोनीत सदस्य
राष्ट्रपति पर महाभियोग का प्रस्ताव संसद के दोनों सदन के कुल कितने सदस्यों, के बहुमत से पारित होना चाहिए?
– अभिष्ट सदन के कुल सदस्य संख्या के कम से कम दो-तिहाई ( 2/3 ) बहुमत द्वारा।
महाभियोग की प्रक्रिया पूरी होने के पश्चात राष्ट्रपति को कब से पदच्युत समझा जाता है?
– महाभियोग प्रस्ताव संसद के दूसरे सदन द्वारा स्वीकृत होने के दिन से।
राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति के निर्वाचन सम्बन्धी विवादों पर निर्णय करने की अधिकारिता किसे प्राप्त है ?
– उच्चतम न्यायालय को (अनु. 71 के तहत्)
किस संविधान संशोधन द्वारा यह प्रावधान किया गया है कि राष्ट्रपति के । निर्वाचक मण्डल में रिक्तता होने पर भी राष्ट्रपति का चुनाव अवैध नहीं होगा?
– 11वें संविधन संशोधन अधि. 1961 द्वारा |
संविधान के किस अनुच्छेद के तहत राष्ट्रपति को प्रधान मंत्री से सूचना प्राप्त करने का अधिकार है?
– अनुच्छेद- 78 के तहत् |
संसद का सत्र आहूत करने, सत्रावसान करने तथा लोक सभा को भंग करने का अधिकार किसे है?
– राष्ट्रपति को
भारत का महान्यायवादी किसके प्रसादपर्यन्त अपना पद धारण करता है?
-राष्ट्रपति के।
आंग्ल भारतीय समुदाय के कितने प्रतिनिधियों को राष्ट्रपति द्वारा लोक सभा में ‘मनोनीत’ (Nominate) किया जाता है?
– दो प्रतिनिधियों को।
राष्ट्रपति को राज्य सभा मे 12 सदस्यों को मनोनीत करने का अधिकार दिया गया है। किन क्षेत्रों में विशेष ज्ञान या अनुभव रखने वाले व्यक्तियों का राज्य सभा में प्रतिनिधित्व देने के लिए यह प्रावधान किया गया है?
– साहित्य, विज्ञान, कला और समाज सेवा के क्षेत्र में।
किस अनुच्छेद के तहत यह प्रावधान है कि संसद द्वारा पारित विधेयक को राष्ट्रपति एक बार पुनर्विचार के लिए वापस कर सकता है?
-अनुच्छेद -111 के तहत
संविधान के किस अनुच्छेद के तहत राष्ट्रपति संसद के दोनों सदनों का संयुक्त अधिवेशन आहूत कर सकता है?
– अनुच्छेद 108 के तहत
किन विधेयकों को राष्ट्रपति पुनर्विचार के लिए वापस नहीं कर सकता है?
– धन विधेयक तथा संविधान संशोधन विधयक को।
किस अनुच्छेद के तहत राष्ट्रपति जेवी वीटो शक्ति का प्रयोग करता है?
– अनुच्छेद-111 के तहत
राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह ने 1986 में किस विधेयक के सम्बन्ध में सर्वप्रथम ‘जेबी वीटो शक्ति’ का प्रयोग किया था?
– भारतीय डाक (संशोधन) विधेयक के सम्बन्ध में।
किसी नये राज्य के निर्माण अथवा किसी वर्तमान राज्य के क्षेत्र सीमा या नाम में परिवर्तन करने वाले विधेयक को किसकी सिफारिश से संसद में प्रस्तुत किया जाता है?
– राष्ट्रपति की
किस अनुच्छेद के तहत राष्ट्रपति को अध्यादेश जारी करने की शक्ति प्रदान की गयी है?
– अनुच्छेद-123 के तहत्
किन परिस्थितियों में राष्ट्रपति द्वारा अध्यादेश जारी किया जा सकता है?
-जबकि संसद के दोनों सदन सत्र में न हों तथा ऐसी परिस्थिति उत्पन्न हो गयी हो जिसमें तुरन्त कार्यवाही करना आवश्यक हो।
रोचक तथ्य >>> राष्ट्रपति की वीटो शक्तियाँ |
भारतीय संविधान द्वारा राष्ट्रपति को स्पष्टतः वीटो शक्ति प्रदान नहीं की गयी है किन्तु संवैधानिक परम्परा के रूप में राष्ट्रपति को अधोलिखित तीन प्रकार की वीटो शक्तियाँ प्राप्त हैं। यथा |
1. आत्यांतिक वीटो (Absolute Veto)—जब किसी विधेयक पर राष्ट्रपति अपनी अनुमति नहीं देता है तब विधेयक का अस्तित्व समाप्त हो जाता है। इसे आत्यांत्तिक वीटो या पूर्ण वीटो कहा जाता है। सामान्यतया इस वीटो शक्ति का प्रयोग गैर सरकारी विधेयकों के सम्बन्ध में किया जाता है। सरकारी विधेयकों के सम्बन्ध में इस शक्ति का प्रयोग तब सम्भव है जबकि विधेयक को पारित करने वाली सरकार, विधेयक पर राष्ट्रपति की अनुमति के पूर्व अपना त्याग पत्र दे देती है तथा नयी सरकार विधेयक पर अनुमति न देने की राष्ट्रपति से सिफारिश करती है। ध्यातव्य है कि राष्ट्रपति की आत्यांतिक वीटो शक्ति मंत्रिमण्डल के इच्छाधीन होती है। सर्वप्रथम इस शक्ति का प्रयोग 1954 में ‘पेप्सू विनियोग विधेयक’ के मामले में, भारत के प्रथम राष्ट्रपति डा. राजेन्द्र प्रसाद द्वारा किया गया था। |
2. निलम्बनकारी वीटो (Suspension Veto)-– अनुच्छेद 111 के तहत राष्ट्रपति किसी विधेयक को (धन विधेयक तथा संविधान संशोधन विधेयक के सिवाय ) संसद को पुर्विचार के लिए वापस कर सकता है। लौटाये जाने का प्रभाव सिर्फ अनुमति का निलम्बन होता है क्योंकि संसद द्वारा पुनःपारित कर दिये जाने पर राष्ट्रपति अनुमति देने के लिए बाध्य होता है। अतः इसे निलम्बन कारी वीटो कहा जाता है। इस शक्ति का प्रयोग सर्वप्रथम 1991 में राष्ट्रपति वेंकटरमन ने संसद सदस्यों के वेतन, भत्ते तथा शन (संशोधन) विधेयक’ के सम्बन्ध में किया था। तत्पश्चात् 1997 में के आर. नारायणन ने उत्तर प्रदेश एवं बिहार में राष्ट्रपति शासन लगाने सम्बन्धी प्रस्ताव के सम्बन्ध में तथा 2006 में डा. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम ने ‘सांसद (अयोग्यता निवारण) संशोधन विधेयक’ के सम्बन्ध में इस शक्ति का प्रयोग किया था। |
3. जेबी विटो (Poket Veto)– संविधान के तहत् किसी विधेयक पर राष्टपति द्वारा अनुमति देने या न देने के लिए किसी समय-सी प्रतिबन्ध नहीं है। अतः जब राष्ट्रपति किसी विधेयक पर अपनी अनमति न है या पुनर्विचार के लिए संसद को वापस नहीं करता है तब वह जेबी वीटो शक्ति’ का प्रयोग करता है। इस शक्ति का प्रयोग सर्वप्रथम राष्ट्रपति सिंह ने 1986 में भारतीय डाक (संशोधन) विधेयक’ के सम्बर किया था। |
राष्ट्रपति द्वारा जारी अध्यादेश अधिकतम कितने दिनों तक संसद का अधिवेशन आरम्भ होने के पश्चात् बिना अनुमोदन के प्रभावी रह सकता है?
– 6 सप्ताह तक
भारत के राष्ट्रपति को किस अनुच्छेद के तहत क्षमादान की शक्ति प्रदान की गयी है?
अनुच्छेद- 72 के तहत्
राष्ट्रपति द्वारा अपनी क्षमादान की शक्ति का प्रयोग किन मामलों में किया जा सकता है?
– सेना न्यायालय द्वारा दिये गये दण्ड, सभी मृत्यु दण्ड तथा अन्य ऐसे दण्ड के मामले में जो संघीय विषय के विरुद्ध किये गये अपराध के लिए दिया गया है।
संविधान के किस अनुच्छेद के तहत् राष्ट्रपति को उच्चतम न्यायालय से परामर्श का अधिकार दिया गया है?
-अनुच्छेद-143 के तहत्
धन विधेयक अथवा वित्त विधेयक को किसकी अनुमति से लोक सभा में प्रस्तुत किया जाता है?
– राष्ट्रपति की।
वित्त आयोग (Finance Commission) की नियुक्ति कौन करता है?
– राष्ट्रपति (अनु. 280 के तहत्)
अनुच्छेद 53 (2) के अनुसार संघ के रक्षा बलों का सर्वोच्च समादेश (Supreme Command) किसमें निहित है?
– राष्ट्रपति में
रोचक तथ्य >>>राष्ट्रपति : विशिष्ट तथ्य |
19 जुलाई, 2012 को राष्ट्रपति पद के 14वें चुनाव में, श्री प्रणब मुखर्जी को देश का नया राष्ट्रपति चुना गया। |
13वें राष्ट्रपति के रूप में चुनी जाने वाली श्रीमती प्रतिभा देवी सिंह पाटिल भारत की प्रथम महिला राष्ट्रपति थीं। |
1969 के राष्ट्रपति चुनाव में अन्तः करण की आवाज पर खुला मतदान हुआ था। इसमें निर्दलीय प्रत्याशी वी.वी. गिरी ने कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी नीलम संजीव रेड्डी को पराजित किया था। |
नीलम संजीव रेड्डी भारत के ऐसे राष्ट्रपति हैं जो लोक सभा के अध्यक्ष भी थे। |
भारत में कार्यकारी राष्ट्रपति के रूप में वी.वी. गिरि (डा. जाकिर हुसैन की मृत्यु के कारण), एम. हिदायतुल्ला (वी.वी. गिरि द्वारा त्यागपत्र के कारण) तथा बी.डी. जत्ती ने (फखरुद्दीन अली अहमद की मृत्यु के कारण) कार्य किया था। |
‘समान नागरिक संहिता’ को लेकर भारत के प्रथम राष्ट्रपति डा. राजेन्द्र प्रसाद तथा प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के मध्य मतभेद पैदा हुआ था। |
सर्वप्रथम राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह ने तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गाँधी से मतभेद के कारण भारतीय डाक संशोधन विधेयक-1986 के सम्बन्ध में जेबी वीटो’ का प्रयोग किया था। |
भारत के मिसाइल वैज्ञानिक राष्ट्रपति डा.ए.पी.जे अब्दुल कलाम ने उच्चतम न्यायालय द्वारा सुझाये गये चुनाव सुधारों सम्बन्धी विधेयक (लाभ के पद सम्बन्धी विधेयक) को संसद को पुर्विचार हेतु वापस कर दिया था। |
राष्ट्रपति के रूप में डा. राजेन्द्र प्रसाद ने सबसे लम्बी अवधि (1950-1962) तक तथा डा. जाकिर हुसैन ने (कार्यकारी राष्ट्रपति छोड़कर) सबसे कम अवधि ( 1 वर्ष 11 दिन.) तक कार्य किया था। |
राष्ट्रपति पद के लिए अब तक कुल 14 चुनाव सम्पन्न हुए हैं। अतः श्री प्रणब मुखर्जी क्रमांक के अनुसार भारत के 14वें राष्ट्रपति हैं; किन्तु डा. राजेन्द्र प्रसाद दो बार राष्ट्रपति चुने गये थे, अतः व्यक्ति क्रम के अनुसार यह 13वें राष्ट्रपति हैं। वैसे कार्यवाहक राष्ट्रपतियों को भी यदि लिया जाय तो अब तक कुल 16 व्यक्तियों ने राष्ट्रपति का पद ग्रहण किया है। |
रोचक तथ्य >>> राष्ट्रपति : विशिष्ट तथ्य |
संविधान सभा ने अपनी अन्तिम बैठक ( 14 जनवरी 1950) में निर्विरोध रूप में डा. राजेन्द्र प्रसाद को भारत का अन्तरिम राष्ट्रपति (26 जनवरी 1950 से राष्ट्रपति पद के लिए प्रथम चुनाव तक) निर्वाचित किया था। राष्ट्रपति के रूप में डा. राजेन्द्र प्रसाद के नाम का प्रस्ताव जवाहर लाल नेहरु ने तथा अनुमोदन सरदार पटेल ने किया था। |
भारत के प्रथम मुस्लिम राष्ट्रपति डा. जाकिर हुसैन थे। |
डा. जाकिर हुसैन तथा फखरुद्दीन अली अहमद का निधन उनके कार्यकाल के दौरान हो गया था। |
भारतीय गणतंत्र में (1982 में) निर्विरोध निर्वाचित होने वाले एकमात्र राष्ट्रपति नीलम संजीव रेड्डी हैं। इसके पूर्व 1969 के चुनाव में उन्हें पराजय का मुंह देखना पड़ा था। वे अब तक के सबसे कम उम्र के राष्टपति थे। |
डा. वी.वी. गिरि भारत के एकमात्र ऐसे राष्ट्रपति है जिनको द्वितीय चक्र की मतगणना के बाद सफलता प्राप्त हुई थी। वे अब तक के सबसे कम मतों के अन्तर 50.2% से जीतने वाले राष्ट्रपति भी हैं। |
एम. हिदायतुल्ला सर्वोच्च न्यायालय के ऐसे प्रथम मुख्य न्यायाधीश हैं, जिन्होंने भारत के कार्यवाहक राष्ट्रपति का पदभार ग्रहण (20 जुलाई 1969-24 अगस्त 1969 तक) किया था। |
भारत के चौथे राष्ट्रपति डा. वी. वी. गिरि ट्रेड यूनियन आन्दोलन’ से सम्बन्धित थे। ये दो बार ‘अखिल भारतीय ट्रेड यूनियन कांग्रेस के अध्यक्ष भी रहे थे। |
वी.वी. गिरि एकमात्र ऐसे राष्ट्रपति है जिन्होंने ‘कार्यवाहक राष्ट्रपति पद से | त्याग पत्र देकर राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव लड़ा था। |
डॉ. राजेन्द्र प्रसाद, फखरुद्दीन अली अहमद नीलम संजीव रेड्डी, ज्ञानी जैल सिंह, डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम, श्रीमती प्रतिभा देवी सिंह पाटिल तथा वर्तमान राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ऐसे राष्ट्रपति हैं जो पूर्व में उपराष्ट्रपति नहीं थे। |
भारत के राष्ट्रपति का सरकारी आवास ‘राष्ट्रपति भवन’ है। 1950 तक इसे ‘वायसरॉय हाउस’ कहा जाता था। इसकी डिजाइन ब्रिटिश वास्तुकार ‘एडविन ल्यूटियनस’ ने किया था। |
भारत द्वारा विदेशों से किये जाने वाले संधियाँ और समझौते किसके नाम से किये जाते है?
– राष्ट्रपति के नाम से
26 जनवरी 1950 से राष्ट्रपति के प्रथम चुनाव (मई 1952) तक के लिए डा. राजेन्द्र प्रसाद को किसने भारत का अन्तरिम राष्ट्रपति चुना था?
– संविधान सभा ने।
भारत का निर्विरोध निर्वाचित होने वाला राष्ट्रपति कौन है?
– नीलम संजीव रेड्डी।
किस राष्ट्रपति को द्वितीय चक्र की मतगणना के पश्चात विजयी घोषित किया गया था?
4 – वी.वी. गिरि
भारत की प्रथम महिला राष्ट्रपति कौन थीं?
– श्रीमती प्रतिभादेवी सिंह पाटिल
किन राष्ट्रपतियों की मृत्यु कार्यकाल के दौरान हो गयी थी?
-डॉ. जाकिर हुसैन तथा फखरुद्दीन अली अहमद की।
वह कौन-सा विधेयक है जो राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह तथा प्रधानमंत्री राजीव गाँधी के मतभेद की बलि चढ़ गया था?
– भारतीय डाक (संशोधन) विधेयक 1986
संसद सदस्यों की निर्हताओं से सम्बन्धित प्रश्नों का विनिश्चय किसके द्वारा किया जाता है?
– राष्ट्रपति द्वारा, अनुच्छेद-103(1)।
संसद सदस्यों की निर्हताओं से सम्बन्धित प्रश्नों का विनिश्चय करते समय राष्ट्रपति किसकी राय लेता है?
– निर्वाचन आयोग की, अनुच्छेद 103 (2)।
राष्ट्रपति उनका कार्यकाल एवं विशिष्टताएँ
नाम | कार्यकल | विशिष्टताएँ |
डॉ. राजेन्द्र प्रसाद | 26 जनवरी, 1950 से 13 मई, 1962 | भारत के प्रथम राष्ट्रपति |
डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णनन | 13 मई 1962 से 13 मई, 1967 | भारत के प्रथम उपराष्ट्रपति |
डॉ. जाकिर हुसैन | 13 मई 1967 से 13 मई, 1969 | कार्यकाल के दौरान मृत्यु |
वी.वी. गिरि | 3 मई 1969 से 20 जुलाई, 1969 | भारत के प्रथम कार्यवाह राष्ट्रपति |
न्यायमूर्ति एम हिदायतुल्ला | 20 जुलाई, 1969 से 24 अगस्त, 1969 | तत्कालीन मुख्य न्यायाधीश (कार्य.) |
वी.वी. गिरि | 24 अगस्त, 1969 से 14 अगस्त, 1974 | द्वितीय चक्र की मतगणना |
फखरुद्दीन अली अहमद | 24 अगस्त, 1974 से 11 फरवरी, 1977 | कार्यकाल के दौरान मृत्यु |
बी.डी. जत्ती | 11 फरवरी, 1977 से 25 जुलाई, 1977 | तृतीय कार्यवाहक राष्ट्रपति |
नीलम संजीव रेड्डी | 25 जुलाई, 1977 से 25 जुलाई, 1982 | निर्विरोध निर्वाचित |
ज्ञानी जैल सिंह | 25 जुलाई, 1982 से 25 जुलाई, 1987 | जेवी वीटो का प्रयोग किया |
आर. वेंकटरमण | 25 जुलाई, 1987 से 25 जुलाई, 1992 | सर्वाधिक आयु में राष्ट्रपति |
डॉ.शंकरदयाल शर्मा | 25 जुलाई, 1992 से 25 जुलाई, 1997 | 4 P.M. के साथ कार्य किया |
डॉ. के. आर. नारायणन | 25 जुलाई, 1997 से 25 जुलाई, 2002 | प्रथम दलित राष्ट्रपति |
डा. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम | 25 जुलाई, 2002 से 25 जुलाई, 2007 | मिसाइल वैज्ञानिक |
प्रतिभा देवी सिंह पाटिल | 25 जुलाई, 2007 से 25 जुलाई, 2012 | प्रथम महिला राष्ट्रपति |
प्रणव मुखर्जी | 25 जुलाई, 2012 से 25 जुलाई 2017 | |
रामनाथ कोविंद | 25 जुलाई 2017 से अब तक |
संविधान के किस अनुच्छेद के तहत् राष्ट्रपति को राष्ट्रीय आपात उद्घोषित करने की शक्ति प्रदान की गयी है?
– अनु. 352 के तहत
राष्ट्रपति द्वारा राष्ट्रीय आपात किन आधारों पर घोषित किया जा सकता है।
– युद्ध, बाह्य आक्रमण या सशस्त्र विद्रोह के आधार पर
अब तक कुल कितनी बार राष्ट्रीय आपात की उद्घोषणा की गयी है?
– तीन बार (1962, 1971 तथा 1975 में
किन आधारों पर घोषित राष्ट्रीय आपात की स्थिति में अनु. 19 द्वारा प्रदत्त मूल अधिकार स्वतः निलम्बित हो जाते है?
– युद्ध अथवा बाह्य आक्रमण के आधार पर।
यदि किसी राज्य का शासन संविधान के अनुसार नहीं चलाया जा सकता तो किस अनुच्छेद के तहत् राष्ट्रपति शासन लागू किया जा सकता है?
– अनु. 3 5 6 के तहत्
भारत में उपराष्ट्रपति से सम्बन्धित प्रावधान किस देश के संविधान से लिया गया
– अमेरिका के संविधान से
भारत का उपराष्ट्रपति संसद के किस सदन का पदेन सभापति होता है?
– राज्य सभा का
राष्ट्रपति तथा उपराष्ट्रपति के निर्वाचन के संदर्भ में किन पदों को लाभ का पद नहीं माना जाता है?
– राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, राज्यों के राज्यपाल तथा संघ और राज्यों के मंत्री के पद को।